Tuesday 31 May 2011

1 comment:

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...






बंधुवर आदरणीय सुरेश रांकावत जी
नमस्कार !

नेट-भ्रमण के दौरान आपके ब्लॉग पर पहुंच कर आपकी कलाकारी का आस्वादन करके बहुत ख़ुशी हुई …

जितने भी चित्र यहां देखे , उनसे आपके गुणों का परिचय मिला …
ईश्वर आपको सफलता दे !

हार्दिक शुभकामनाएं !
मंगलकामनाओं सहित…

-राजेन्द्र स्वर्णकार

My Art Works On Craftcil Cover Page

The greatness of art is not to find what is common but what is unique.

Rankawat Suresh

gilding gold leaf mirror frame